- Get link
- X
- Other Apps
- Get link
- X
- Other Apps
अनोखे जादूगर | अद्भुत अविश्वश्नीय जादू की कहानी | Magical Stories In Hindi
![]() |
Magical Stories In Hindi |
अनोखे जादूगर | अद्भुत अविश्वश्नीय जादू की कहानी | Magical Stories In Hindi
1932 में जब मैं कीनिया (अफ्रीका) गया, तो वहाँ का नज़ारा कुछ और था पर आज काफी बदलाव आ गया है। अंधविश्वास अब भी है। पहली बार मैं एक अनाड़ी शिकारी की हैसियत से कीनिया गया था। उस समय कीनिया में काले जादू और अंधविश्वास का बोल-वाला था। इंसान और शैतानों में सिर्फ दो और चार टाँगों का फर्क था। क़बीले के एक-एक सरदार की पच्चीस पत्नियां होती थीं, लेकिन क़बीले का असली सरदार काले जादू का माहिर जादूगर होता था। अगर कोई बीमार हो जाता तो वो लोग कहते थे कि दुश्मन ने उस पर जादू कर दिया है और उसका इलाज वो लोग जादूगरी से ही करते थे। ऐसे दुश्मन का सुराग लगाने का तरीका बड़ा अजीब था। बीमार व्यक्ति को गाँव के किसी आम रास्ते पर लिटा दिया जाता था। किसी दर्शक को क़रीब या दूर खड़े होने की अनुमति नहीं होती थी।
'कीनिया में जादूगर को विच डॉक्टर कहा जाता था। बिच डॉक्टर मरीज़ के क़रीब अपनी भाषा में कुछ पढ़ता और मरीज के चारों ओर डंडा घुमाता। डंडे के हिलते ही उसमें बंधे घुंघरुओं की आवाज़ आती थी। कुछ ही देर में जादूगर मरीज के चारों ओर पागलों की तरह नाचने लगता था। इस दौरान जो भी उधर से गुज़रता, पकड़ लिया जाता था। लोगों को यह यकीन होता था कि जिसने मरीज़ पर जादू किया. है, वही जादूगर के प्रभाव से सामने आ जाता है। पकड़ा गया व्यक्ति कितना भी विश्वास दिलाये कि मरीज़ के साथ उसकी कोई दुश्मनी नहीं है। उसने मरीज़ पर जादू नहीं किया है, परन्तु उसकी कोई नहीं सुनता था।
यह सन् 1932 का किस्सा है। आज का कीनिया उस समय से बहुत बदला हुआ है वहाँ अब हर आधुनिक सुविधाएँ हैं। हर रोग का इलाज आधुनिक दवाओं और काबिल डॉक्टरों के द्वारा होता है, लेकिन आज भी वहाँ जादूगर विच डॉक्टर हैं, जिनके पास मरीज़ जाते हैं। उस समय चोरी और अपराध का भी पता जादूगर ही लगाया करते थे।
अब तो वहाँ मैंने सतर्क पुलिस विभाग भी देखा है, जो कुत्तों की मदद से स्कॉटलैंड यार्ड के प्रशिक्षण की मदद से अपराधियों का सुराग लगा लेते हैं। इसके साथ ही जादूगर भी अपराधियों का सुराग लगाते हैं। इस बार मैं कीनिया गया तो मेरे एक फ्रेंच दोस्त ने मुझे बीते दिनों का एक किस्सा सुनाया। कीनिया के एक बैंक से एक लंबी-चौड़ी रकम गायब हो गई। पुलिस ने तीन दिन तक मामले की छान-बीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बैंक का सहायक मैनेजर कीनिया का ही रहने वाला था। उसने सलाह दी कि जादूगर बिच डॉक्टर को बुलाया जाये। वह सुराग लगा लेगा हमारे फ्रेंच दोस्त, जो उस बैंक के मैनेजर थे, उन्होंने डांटते हुए कहा- “क्या बकवास करते हो? तुम पढ़े-लिखे होकर ऐसी बेवकूफी की बातें करते हो ?'' लेकिन सहायक मैनेजर अपनी बात पर अटल रहा और कहा- “अगर हमारा जादूगर चोर का पता न लगा सके तो आप मुझे नौकरी से निकाल दीजियेगा।”” बैंक में फ्राँसेसी मैनेजर के अलावा एक अमेरिकन और एक भारतीय भी था, जिन्होंने मज़ाक के तौर पर जादूगर को बुलाने की इजाज़त दे दी। दूसरे दिन डरावनी शक्ल का एक जंगली हब्शी हाजिर हो गया। उसके साथ बारह-तेरह वर्ष का एक लड़का भी था। जिसके बगल में एक सूखी हुई झाड़ी बँधी हुई थी। मैंने 1932 में ठीक ऐसी ही हालत में जादूगरों को देखा था। जादूगर ने आते ही कहा- “बैंक के सारे कर्मचारी, मैनेजर समेत एक कतार में खड़े हो जाएँ।'” ऐसा ही किया गया। मालूम हुआ कि एक कर्मचारी, जिसका संबंध बैंक के ख़जाने से था, उपस्थित नहीं है। उसने प्रार्थना पत्र भेजा था कि वह बीमार है। जादूगर ने कहा- “कतार में उसकी जगह कोई चीज़ रख दी जाये।'” एक लकड़ी का बॉक्स उसकी जगह रख दिया गया। बूढ़ा जादूगर आकाश की ओर देखकर थोड़ी देर तक बड़बड़ाता रहा। उसका लड़का उकड़ूँ बैठा था। अचानक जादूगर ने इस ढंग से नाचना शुरू किया, जैसे उसे दौरा पड़ गया हो। नाचते- नाचते वह कर्मचारी की कतार के चारों ओर चक्कर काटने लगा। तीन चक्कर पूरे कर वह उकड़ूँ बैठे लड़के के पास पहुँचा और डंडे को इस तरह उसके सिर पर घुमाने लगा और हिलाने लगा कि डंडे के सिर पर बंधी सूखी झाड़ी में लगे घुंघरू बजने लगे। लड़का बैठे-बैठे काँपने लगा और थोड़ी देर बाद उठ खड़ा हुआ। जादूगर कतार के पहले आदमी के सामने पहुँचकर डंडा हिलाने लगा। अब जादूगर ज़मीन पर उकड़ूँ बैठ गया था। लड़के की हरकत बिल्कुल पागलों जैसी थी। लड़का उस बॉक्स के पास पहुँचा, जो अनुपस्थित व्यवित के स्थान पर रखा हुआ था। उसने बक्से को डंडे से छुआ। उसका सारा शरीर ज़ोर-ज़ोर से थिरकने लगा, फिर उसने डंडा बक्से पर मारा और अपनी भाषा में ज़ोर-ज़ोर से कुछ कहने लगा जादूगर उठा और लड़के को बाजुओं में ज़ोर से दबोच लिया। लड़का उसके काबू में नहीं आ रहा था और वह बक्से की तरफ गुस्से से देख कर लपकता था। आख़िर बूढ़े ने उस पर काबू पा लिया और अपनी भाषा में कुछ कहा | सहायक मैनेजर ने उसकी भाषा का अंग्रेज़ी में अनुवाद करके बताया कि रक़म उसी आदमी ने चुराई है, जो अनुपस्थित है। पुलिस उस आदमी के घर पहुँची, तो वह ग़ायब था। किसी ने बताया कि वह सुबह-सुबह कहीं जाते हुये दिखा था। कुछ ही देर में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से सारी रकम बरामद हो गई वह कर्मचारी कीनिया की सीमा से बाहर जाने की कोशिश कर रहा था।
![]() |
Magical Stories In Hindi |
आज के युग में लोग जंगलियों के जादू पर विश्वास नहीं करते, लेकिन मैंने इन हब्शियों के जादूगरी के करिश्में भी देखे हैं और हास्यास्पद असफलता भी। जब मैं पहली बार अफ्रीका के जंगलों में पहुँचा तो वहाँ आदमखोर इंसानों को भी देखा था। मुझे सावधान किया गया कि इन हब्शियों से दूर रहूँ वरना मुझे कच्चा ही खा जायेंगे। बब्बर शेर जो इस इलाके में आम पाया जाता है, एक आदमी को खा गया। मेरे एक स्थानीय दोस्त ने मुझे बताया कि अगले दिन बह मुझे जादूगर का तमाशा 'दिखाएगा। जिस शेर ने आदमी को खाया है, वह सबके सामने आयेगा और सिर झुकाकर हमेशा के लिए इस इलाके से चला जायेगा। दूसरे दिन सारा क़बीला गाँव के बाहर खड़ा था और बूढ़ा जादूगर आगे खड़ा कुछ बड़बड़ा रहा था। उसके हाथ में छोटा डंडा था, जिसके सिर पर सूखी झाड़ी बँधी थी। वह डंडे को आगे करके हिला रहा था वह झूमते हुये बिल्कुल पागल हो गया था अचानक बब्बर शेर की गरजना सुनाई दी। अब जादूगर 'पागलों की तरह नाच रहा था। तभी मैंने देखा कि झाड़ियों से एक शेर निकल कर आ गया। शेर भीड़ से कुछ ही दूरी पर रुक गया था। जादूगर ने उसकी ओर मिट्टी फेंकना शुरू कर दिया। शेर घूमा और धीरे-धीरे वापस चल पड़ा। सारा कबीला शेर के पीछे चल पड़ा। मेरे दोस्त ने बताया कि यह शेर अब इधर कभी नहीं आयेगा और अगर किसी ने शेर को मारा तो शेर द्वारा खाये गये आदमी की आत्मा उस आदमी को जान से मार देगी। मैंने जादूगरी का यह करिश्मा आँखों से देखा था, इसलिये उन हब्शियों की इस कला पर विश्वास हो गया था। >>>
Read More
Comments
Post a Comment
Please do not enter any spam links in the comment box.